Tuesday 17 January 2012

"श्री नाथ जी के शयन दर्शन"


इस आठवें व अन्तिम दर्शन में, "श्रीमदनमोहन" के स्वरूप के भाव का कीर्तन "श्रीकृष्णदासजी" अधिकारीजी करते है। दिवस में ऋषभ सखा व रात्रि विहार में ललिता सहचरी की सहरूपासक्ति है। इसमें मुकुट का श्रृंगार व रासलीला का अनुभव, चरण स्थान से प्राकट्य है। मुख्य भाव बिलछू कुण्ड के ऊपर श्याम तमाल व कदम्ब के वृक्ष के नीचे श्रीगिरिराजजी में निवास हैSeeMore........

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